71+ Gulzar Quotes in Hindi
गुलज़ार साहब की लेखनी से निकले हुए विचारों का यह अनूठा संग्रह आपके लिए 50+ Gulzar Quotes in Hindi लेकर आया है। गुलज़ार जी, जिन्हें हम एक कवि, गीतकार, और फिल्मकार के रूप में जानते हैं, उनकी रचनाओं में जीवन के विभिन्न रंगों की झलक मिलती है। उनकी शैली में सरलता और गहराई का अद्भुत संगम है, जो पाठकों को सोचने पर मजबूर करता है। गुलज़ार जी की तरह ही हरिवंश राय बच्चन और जयशंकर प्रसाद की रचनाएँ भी हिंदी साहित्य में अपना विशेष स्थान रखती हैं। आइए, इस संग्रह के माध्यम से गुलज़ार साहब के विचारों की यात्रा पर चलें और अपने जीवन में नए दृष्टिकोण को आमंत्रित करें।
Zindagi Gulzar Hai Quotes
आदतन तुमने कर दिए वादे….आदतन हमने ऐ’तिबार किया
आदतन तुमने कर दिए वादे….
आदतन हमने ऐ’तिबार किया
रात चुपचाप दबे पांव चली जाती है ..
रात ख़ामोश है रोती नहीं, हंसती भी नहीं
तुम्हारे ख्वाब से हर शब लिपट के सोते हैं…
सजाएं भेज दो ,हमने खताएं भेजी हैं
ख़ुशबू जैसे लोग मिले अफ़्साने में…
एक पुराना ख़त खोला अनजाने में..
वो उदास उदास इक शाम थी,एक चेहरा था इक चिराग़ था….
और कुछ नहीं था ज़मीन पर,इक आसमां का ग़ुबार था
Best Lines Of Gulzar Sahab On Love
“तकलीफ़ ख़ुद की कम हो गयी,
जब अपनों से उम्मीद कम हो गईं…!!”
“एक सपने के टूटकर चकनाचूर हो जाने के बाद..
दूसरा सपना देखने के हौसले को ‘ज़िंदगी’ कहते हैं..!!”
“बहुत अंदर तक जला देती हैं,
वो शिकायते जो बया नहीं होती…!!”
कभी तो चौंक के देखे कोई हमारी तरफ़…
किसी की आँख में हम को भी इंतिज़ार दिखे
Romantic Shayari By Gulzar
Gulzar Quotes for WhatsApp Status
“कुछ अलग करना हो तो भीड़ से हट के चलिए,
भीड़ साहस तो देती हैं मगर पहचान छिन लेती हैं…!!”
“अच्छी किताबें और अच्छे लोग तुरंत
समझमें नहीं आते उन्हें पढना पड़ता हैं..!!”
“दिल अगर हैं तो दर्द भी होंगा,
इसका शायद कोई हल नहीं हैं…!!”
रात भर बातें करते हैं तारे…
रात काटे कोई किधर तन्हा
Gulzar quotes on smile
सहर न आई कई बार नींद से जागे…
थी रात रात की ये ज़िंदगी गुज़ार चले
“तन्हाई की दीवारों पर घुटन का पर्दा झूल रहा हैं,
बेबसी की छत के नीचे, कोई किसी को भूल रहा हैं…!!”
“कैसे करें हम ख़ुद को तेरे प्यार के काबिल,
जब हम बदलते हैं, तुम शर्ते बादल देते हो..!!”
gulzar quotes on waqt
“घर में अपनों से उतनाही रूठो की आपकी बात
और दूसरों की इज्जत, दोनों बरक़रार रह सके…!!”
“कौन कहता हैं की हम झूठ नहीं बोलते
एक बार खैरियत तो पूछ के देखियें ….!!”
“वक्त रहता नहीं कही भी टिक कर,
आदत इस की भी इंसान जैसी हैं…!!”
“थोडासा हस के थोडासा
रुलाके पल यही जानेवाले हैं..!!”
Gulzar quotes on beauty
बहुत दिन हो गये सच्ची!!
तेरी आवाज़ की बौछार में भीगा नहीं हूँ मैं
“कभी तो चौक के देखे को हमारी तरफ़,
किसी की आँखों में हमको भी को इंतजार दिखे..!!”
“वो चीज़ जिसे दिल कहते हैं,
हम भूल गए हैं रख के कहीं…!!”
“तेरे जाने से तो कुछ बदला नहीं,
रात भी आयी और चाँद भी था, मगर नींद नहीं…!!”
“कुछ बातें तब तक समझ में नहीं
आती जब तक ख़ुद पर ना गुजरे..!!”
“शायर बनना बहुत आसान हैं…
बस एक अधूरी मोहब्बत की मुकम्मल डिग्री चाहिए…!!”
“शोर की तो उम्र होती हैं
ख़ामोशी तो सदाबहार होती हैं…!!”
Gulzar Quotes On Love
“हाथ छुटे भी तो रिश्ते नहीं नहीं छोड़ा करते, वक्त की शाख से लम्हें नहीं तोडा करते…!!”
“सामने आए मेरे, देखा मुझे, बात भी की
मुस्कुराए भी, पुरानी किसी पहचान की ख़ातिर
कल का अख़बार था, बस देख लिया, रख भी दिया
“चाँद के माथे पर बचपन की चोट के दाग़ नज़र आते हैं रोड़े,
पत्थर और ग़ुल्लों से दिन भर खेला करता था
बहुत कहा आवारा उल्काओं की संगत ठीक नही”
हमको ग़ालिब ने यूं थी ‘
रहो हज़ार बरस यहाँ
बरस तो बस दिनों में गया
“किताबें मांगने,
गिरने, उठाने के बहाने
रिश्ते बनते थे
उन का क्या होगा……”
― GulzarGulzaar
ज़िन्दगी उलझा हुआ सौदा है
उम्र लेता है एक पल दे कर लम्बी जुदाई
उम्मीद भी है, घबराहट भी कि अब लोग क्या कहेंगे,
और इससे बड़ा डर यह है कहीं ऐसा ना हो कि लोग कुछ भी ना कहें!! गुलज़ार”
“इल्म तो मिलता रहेगा बाद में भी मगर वो जो किताबों में मिला करते थे सूखे फूल और
महके हुए रुक़्के किताबें मांगने, गिरने, उठाने के बहाने रिश्ते बनते थे उनका क्या होगा?”
― गुलज़ार [Gulzar]
“बारिश के जाने के बाद भी, देर तलक टपका रहता है!
तुमको छोड़े देर हुयी है— आँसू अब तक टूट रहे हैं”
“इल्म तो मिलता रहेगा बाद में भी मगर वो जो किताबों में मिला करते थे सूखे फूल और
महके हुए रुक़्के किताबें मांगने, गिरने, उठाने के बहाने रिश्ते बनते थे उनका क्या होगा?”
“मौत की शह देकर तुमने समझा था अब तो मात हुई
मैंने जिस्म का ख़ोल उतार के सौंप दिया-और रूह बचा ली”
“ज़मीं से इस तरह बांधा गया हूँ मैं
गले से ग्रैविटी का दाएमी पट्टा नहीं खुलता!”
“सिरे उधड़ गये है, सुबह-ओ-शाम
के वो मेरे दो जहान साथ ले गया”
“भिनभनाहट भी नहीं सुबह से घर में उसकी, मेरे बच्चों में घिरी बैठी है,
ममता से भरा शहद का छत्ता लेकर!!”
“आसान नहीं था इस तरह अपनी जड़ें छोड़ कर चल देना। और उस पर ये भी पता नहीं था। कहाँ और कैसे बीजे जायेंगे।
बीजे जायेंगे भी या नहीं। पेड़ से टूटी शाख़ों को अक्सर देखा था, धूप में सूखते, टूटते और फिर गर्द में रुल जाते ! !”
“बुद्धम शरणम गच्छामि, और बुद्धम शरणम गच्छामि— ये जाप मुसलसल सुनते सुनते,
अब लगता है जैसे मंतर नहीं, चेतावनी है ये— “मुक्ति राह” से बाहर आना,— अब उतना ही मुश्किल है, जितना संसार से बाहर जाना मुश्किल था!! क”
“दरख़्त उगते हैं कुछ सोच सोच कर
जैसे जो सर उठाएगा पहले वही क़लम होगा”
― गुलज़ार [Gulzar],
Gulzar quotes on relationship
चौक के बीचों बीच मगर, उस लोहे के जंगले के अन्दर, इक अंग्रेज़ का बुत था पहले,
अब, गाँधी की मूर्ती है। लेकिन अब तो—— सन् उन्नीस सौ बानवे है!!”
हम जहाँ थे वह तो नहीं
पास रहने का कोई सबब तोह नहीं
कोई नाराज़गी भी है मगर
फिर भी रूठी हुई सी लगती हो
उधड़ी सी किसी फ़िल्म का एक सीन थी बारिश,
इस बार मिली मुझसे तो ग़मगीन थी बारिश।
कुछ लोगों ने रंग लूट लिए शहर में इस के
जंगल से जो निकली थी वो रंगीन थी बारिश― गुलज़ार [Gulzar],
सामने आए मेरे, देखा मुझे, बात भी की,मुस्कुराए भी,
पुरानी किसी पहचान की ख़ातिर, कल का अख़बार था,
बस देख लिया, रख भी दिया।।
― गुलज़ार [Gulzar],
कहू क्या वो बड़ी मासूमियत से पूछ बैठे है,
क्या सचमुच दिल के मारों को बड़ी तकलीफ़ होती है।
― गुलज़ार [Gulzar],
महदूद हैं दुआएँ मेरे अख्तियार में,
हर साँस हो सुकून की तू सौ बरस जिये।
― गुलज़ार [Gulzar],
Gulzar Quotes on Smile
बिगड़ैल हैं ये यादे, देर रात को टहलने निकलती हैं।― गुलज़ार [Gulzar],
मैं दिया हूँ! मेरी दुश्मनी तो सिर्फ अँधेरे से हैं, हवा तो बेवजह ही मेरे खिलाफ हैं।― गुलज़ार [Gulzar],
ग़म मौत का नहीं है,ग़म ये के आखिरी वक़्त भी,तू मेरे घर नहीं है।
― गुलज़ार [Gulzar],
मैंने दबी आवाज़ में पूछा? मुहब्बत करने लगी हो?नज़रें झुका कर वो बोली! बहुत।
बहुत अंदर तक जला देती हैं, वो शिकायते जो बया नहीं होती।
― गुलज़ार [Gulzar],
अच्छी किताबें और अच्छे लोग, तुरंत समझ में नहीं आते, उन्हें पढना पड़ता हैं।
― गुलज़ार [Gulzar],
Gulzar Quotes In Hindi
उसने कागज की कई कश्तिया पानी उतारी और,
ये कह के बहा दी कि समन्दर में मिलेंगे।― गुलज़ार [Gulzar],
दिन कुछ ऐसे गुज़ारता है कोई,
जैसे एहसान उतारता है कोई― गुलज़ार [Gulzar],
कभी तो चौक के देखे कोई हमारी तरफ़,
किसी की आँखों में हमको भी को इंतजार दिखे― गुलज़ार [Gulzar],
दिल अगर हैं तो दर्द भी होंगा,
इसका शायद कोई हल नहीं हैं― गुलज़ार [Gulzar],
तेरे जाने से तो कुछ बदला नहीं,
रात भी आयी और चाँद भी था, मगर नींद नहीं― गुलज़ार [Gulzar],
शायर बनना बहुत आसान हैं,बस एक अधूरी
मोहब्बत की मुकम्मल डिग्री चाहिए― गुलज़ार [Gulzar],
कौन कहता हैं कि हम झूठ नहीं बोलते,
एक बार खैरियत तो पूछ के देखियें― गुलज़ार [Gulzar],
शोर की तो उम्र होती हैं,
ख़ामोशी तो सदाबहार होती हैं― गुलज़ार [Gulzar],
बेहिसाब हसरते ना पालिये,
जो मिला हैं उसे सम्भालिये― गुलज़ार [Gulzar],
कुछ जख्मो की उम्र नहीं होती हैं,
ताउम्र साथ चलते हैं, जिस्मो के ख़ाक होने तक― गुलज़ार [Gulzar],
कुछ बातें तब तक समझ में नहीं आती,
जब तक ख़ुद पर ना गुजरे― गुलज़ार [Gulzar],
तकलीफ़ ख़ुद की कम हो गयी,
जब अपनों से उम्मीद कम हो गईं― गुलज़ार [Gulzar],
गुलज़ार साहब के ये Quotes in Hindi हमारे मन और दिमाग पर गहरा प्रभाव छोड़ते हैं। उनके विचार हमें जीवन के विभिन्न पहलुओं पर नए सिरे से सोचने के लिए प्रेरित करते हैं। गुलज़ार जी की शैली में जीवन के प्रति एक गहरी समझ और संवेदनशीलता झलकती है, जो उन्हें एक अलग ही मुकाम पर ले जाती है। यदि आपको गुलज़ार जी के विचार पसंद आए, तो आप राहत इंदौरी और जावेद अख्तर की शायरी भी पढ़ सकते हैं, जो आपको और भी गहरे विचारों से रूबरू कराएंगी। हम आपसे आग्रह करते हैं कि इन विचारों को अपने दोस्तों और परिवार के साथ सोशल मीडिया पर साझा करें, ताकि और लोग भी इनसे लाभान्वित हो सकें। अंत में, याद रखें – शब्दों की ताकत अनंत होती है, और गुलज़ार जैसे शब्द शिल्पी हमें इस ताकत का अहसास कराते हैं, जो हमारे जीवन को नई दिशा दे सकती है।
Hey there just wanted to give you a brief heads up and let you know a few of the images aren’t loading correctly. I’m not sure why but I think its a linking issue. I’ve tried it in two different internet browsers and both show the same outcome.